मयख़ाने से ख़ुदा के घर का रास्ता
कभी बहुत दूर, कभी बहुत पास दिखाई पड़ता है,
जो मयख़ाने के पैमानों में ग़म नापते हैं अपने
उन्हें अंत में सुकून ख़ुदा के घर में ही मिलता है ।
मयख़ाने से ख़ुदा के घर का रास्ता
कभी बहुत दूर, कभी बहुत पास दिखाई पड़ता है,
जो मयख़ाने के पैमानों में ग़म नापते हैं अपने
उन्हें अंत में सुकून ख़ुदा के घर में ही मिलता है ।
Kya bat hai
LikeLiked by 1 person
सुन्दर ❤
LikeLiked by 1 person