भले ही टूट चुका है हज़ार बार यह दिल
पर दर्द तो अभी भी उतना ही होता है
भले ही डूब चुके हैं कई बार दरिया-ए-इश्क़ में हम भी
पर उसकी कशिश का नशा हर बार नया होता है ।
भले ही टूट चुका है हज़ार बार यह दिल
पर दर्द तो अभी भी उतना ही होता है
भले ही डूब चुके हैं कई बार दरिया-ए-इश्क़ में हम भी
पर उसकी कशिश का नशा हर बार नया होता है ।
Amazing hai yah..👌👌
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Thanks!
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