ख़ुशी को बस उम्मीद का आसरा चाहिए
चाँद को बस एक शब-ए-चाँदनी
आशिक़ को एक रोज़-ए-दीदार चाहिए ।
रंज के लिए बस एक ख़ुदगर्ज़ महबूब चाहिए
चाँदनी को बस चाँद का तव्वजो
माशूक़ को आशिक़ के दिल का क़रार चाहिए ।
ख़ुशी को बस उम्मीद का आसरा चाहिए
चाँद को बस एक शब-ए-चाँदनी
आशिक़ को एक रोज़-ए-दीदार चाहिए ।
रंज के लिए बस एक ख़ुदगर्ज़ महबूब चाहिए
चाँदनी को बस चाँद का तव्वजो
माशूक़ को आशिक़ के दिल का क़रार चाहिए ।
चाँदनी को बस चाँद का तव्वजो
माशूक़ को आशिक़ के दिल का क़रार चाहिए ।
Bahut acchi line hai..
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