कह दो उन शमाओं से जो परवानों के इंतज़ार में जल रही हैं
कि अब इस परवाने ने शमा के लिए जलना छोड़ दिया है
है नूर-ए-इलाही नहीं यह आतिश-ए-दोज़ख
अब हमने दोज़ख में जन्नत बसाने का ख़्वाब छोड़ दिया है ।
कह दो उन शमाओं से जो परवानों के इंतज़ार में जल रही हैं
कि अब इस परवाने ने शमा के लिए जलना छोड़ दिया है
है नूर-ए-इलाही नहीं यह आतिश-ए-दोज़ख
अब हमने दोज़ख में जन्नत बसाने का ख़्वाब छोड़ दिया है ।