ये संघर्ष के दिन भी बीत जाएँगे

भरोसा रख ऐ दिल ख़ुद पर और ज़िन्दगी पर -- ये संघर्ष के दिन भी बीत जाएँगे ।   खुल जाएँगी सड़कें एक बार फिर उनपर लोग वापस उमड़ आएँगे ।   हो जाएगी चहल-पहल फिर से इर्द-गिर्द दोस्तों के साथ मिलकर हम फिर जश्न मनाएँगे ।   दुनिया में आना और दुनिया से जाना… Continue reading ये संघर्ष के दिन भी बीत जाएँगे

लगता नहीं ग़म से डर

लगता नहीं ग़म से डर डर इस बात से लगता है कहीं खा-खाकर ठोकरें यह दिल पत्थर का ही न बन जाए   देखो इस चमन में यारों हैं गुल भी कई बुलबुल भी कई पर कशिश अब इश्क़ में नहीं इतनी कि वस्ल-ए-गुम-ओ-बुलबुल हो पाए   आज गोश-ए-गुल नाला-ए-बुलबुल के लिए तरस गए आज… Continue reading लगता नहीं ग़म से डर